Edvin C. Barnes Success Story In Hindi | एडविन सी.बर्न्स की सक्सेस स्टोरी

Edvin C. Barnes success story in hindi में आपको इनकी सफलता की कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं।

एडविन सी. बार्न्स, थॉमस एडिसन के business partner थे। जब एडविन सी बार्न्स का जन्म 1863 में Iowa, United States of America में हुआ था, तब उनके पिता, शिमोन अरविन बार्न्स, 36 वर्ष के थे और उनकी माँ, एग्नेस लुईस, 32 वर्ष की थीं। उन्होंने 1888 में, संयुक्त राज्य अमेरिका के आयोवा में मैरी वोर्टमैन से शादी की थी। वे 1 बेटे और 4 बेटियों के माता-पिता थे। वह लगभग 10 वर्षों तक स्प्रिंगडेल, सीडर, आयोवा, संयुक्त राज्य अमेरिका में रहे। 6 अप्रैल 1940 को 77 वर्ष की आयु में Iowa, United States of America में उनका निधन हो गया।

एडविन सी.बार्न्स – Success Story In Hindi

बार्न्स ने यह पता लगाया कि यह बात कितनी सच है कि आदमी सचमुच जो सोचता है वह बन जाता है। वह इलेक्ट्रिक बल्ब के महान आविष्कारक थॉमस अल्वा एडिसन के बिजनेस पार्टनर बनना चाहते थे और उनके साथ काम करना चाहते थे, न कि उनके लिए। जब पहली बार उनके मन में यह विचार आया तो वह एक्शन लेने की स्थिति में नहीं थे उनके सामने दो बड़ी मुश्किलें थी, एक तो Edison को नहीं जानता था और दूसरी उनके पास ऑरेंज, न्यू जर्सी जाने के लिए रेल किराए के पर्याप्त पैसे नहीं थे।

एडिसन के साथ काम करने की उनकी इच्छा साधारण नहीं थी। वह अपनी इस असाधारण इच्छा को पूरा करने के प्रति दृढ थे। इसलिए वे एक मालगाड़ी में सवार होकर ही ऑरेंज, न्यू जर्सी पहुंच गए और उन्होंने अपने आपको एडिसन की प्रयोगशाला में प्रस्तुत कर दिया। उसने यह घोषणा की कि वह एडिसन के साथ बिजनेस करने के उद्देश्य से यहां आया है।

दोनों के बीच हुई पहली मीटिंग की बातचीत के बारे में सालों बाद एडिसन ने कहा- ”वह वहां खड़ा था आवारा की तरह उसके चेहरे की अभिव्यक्ति ने यह विचार प्रस्तुत कर दिया था कि वह उस चीज को पाने के लिए दृढ़ है जिसके लिए वह यहां आया था।”

Edvin C. Barnes Success Story In Hindi

एडिसन कहते हैं कि मैंने लोगों के साथ सालों के अनुभव से यह सीखा है कि जब एक आदमी वास्तव में किसी चीज को पाने की तीव्र इच्छा करता है और वह उसे पाने के लिए अपने पूरे भविष्य को दांव पर लगाने को तैयार हो जाता है तो उसकी जीत निश्चित होती है। मैंने देखा कि उसने तब तक कार्य करने का मन बना लिया था जब तक कि सफलता नहीं मिल जाती। मैंने उसे अवसर दिया।

युवा बार्न्स, एडिसन के साथ हुई इस पहली मीटिंग में ही उसका बिजनेस पार्टनर नहीं बन गया बल्कि उसे एक बहुत ही कम मजदूरी पर एडिसन के कार्यालय में सफाई करने का काम मिला। महीने गुजर गए लेकिन जिस काम को करने की इच्छा लेकर वह यहां आया था उसके लिए कुछ भी नहीं हुआ था लेकिन वह एडिसन का बिजनेस पार्टनर बनने की अपनी इच्छा को लगातार तेज कर रहा था।

मैं यहां एडिसन के साथ व्यापार करने आया हूं, यदि इसमें मेरा पूरा जीवन भी लगता है तो मैं इसे अंत तक पूरा करूंगा

Edwin C. Barnes

जब अवसर आया तो यह बार्न्स की उम्मीद की तुलना में अलग रूप में प्रकट हुआ था। थॉमस एडिसन ने एक ‘एडिसन डिक्टेटिंग मशीन’ जिसे अब एडीफोन के नाम से जानी जाती है, एक ऑफिस डिवाइस बनाई थी। एडिसन के सेल्समैन को विश्वास नहीं था कि इसे आसानी से बेचा जा सकता है। बार्न्स ने अवसर देखा वह जानता था कि वह एडिसन की इस डिक्टेटिंग मशीन को बेच सकता है।

Edvin C. Barnes Success Story In Hindi

उसने एडिसन को सुझाव दिया और तुरंत अवसर पा लिया। उसने बहुत मशीनें बेची इस मशीन को उसने इतनी सक्सेसफुल तरीके से बेचा कि एडिसन ने उसे पूरे देश में मशीन वितरित करने और बेचने का एक कॉन्ट्रैक्ट दे दिया। इसके बाद इस मशीन के बारे में एक टैगलाइन सामने आई – ” एडिसन द्वारा बनाया गया और बार्न्स द्वारा स्थापित किया गया”

इस प्रकार बार्न्स का एडिसन के साथ व्यापार करने का सपना सच हुआ और यह Business Contract 30 से भी अधिक सालों तक चला। इसके माध्यम से ही बार्न्स ने खुद को अमीर बनाया। उसने यह साबित कर दिया कि आप सचमुच सोचकर अमीर बन सकते हैं।

Edvin C. Barnes Success Story In Hindi

बार्न्स के पास शुरू करने के लिए कुछ नहीं था, सिवाय इस विचार के कि वह क्या चाहता है और इस इच्छा के साथ तब तक खड़े रहने का दृढ़ संकल्प था, जब तक कि वह वास्तविकता में ना बदल जाए। उसके पास शुरू करने के लिए पैसा नहीं था। उसके पास शिक्षा थी, लेकिन वह भी बहुत कम। वह कोई प्रभावशाली व्यक्ति भी नहीं था, लेकिन उसके पास विश्वास और जीतने की इच्छा थी। इन शक्तियों के साथ उसने खुद को आज तक के महानतम आविष्कारक थॉमस अल्वा एडिसन के साथ नंबर 1 व्यक्ति बनाया।

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