Buddhist Story In Hindi

आज के इस article – Buddhist Story In Hindi में हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसी कहानी, जिसे सुनकर आप जरूर motivate होंगे।

बुद्ध की कहानी (Buddhist Story In Hindi)

एक बार की बात हैं कपिल नाम का एक लड़का था जो की अपने गाँव में रहता था। वह अपनी जिंदगी के काफी निराश था क्योंकि वह अपने जीवन में कुछ नही करता थाली और उसके माता पिता, भाई, दोस्त उसे ताने मारते थे की सब लोग कुछ ना कुछ करके अपनी जिंदगी में आगे बढ़ रहे हैं। लेकिन तुम कुछ नही करके बस घर बैठे रहते हों।

लोग उसका मजाक उडाने लगे थे। लोग उससे पूछते थे की ‘आप क्या करते हैं?’ तो उसे यह बताने में भी शर्म आती थी। धीरे धीरे उसने अपने रिश्तेदारों से मिलना भी बन्द कर दिया, वह हमेशा घर पर भी अकेला ही रहता और अपने आप से भी परेशान रहता। उसे अपना जीवन किसी बोझ से कम नही लगता था। 

एक दिन वह घर से बाहर निकलकर कहीं जा रहा था तो उसे रास्ते में एक साधु नज़र आये जिनसे पास और भी लोग थे तो वो भी उनके पास चला गया। उसने जाके देखा की साधु महाराज सुख दुख पर ज्ञान दे रहे थे। साधु महाराज बोल रहे थे की दुख एक शिक्षक की तरह हैं जो हमें जीवन की सच्चाई दिखाता हैं और हमें जिंदगी जीना भी सिखाता है, निर्बर आप पर करता है की आप दुख से सीखना चाहते हो या अपने जीवन को दोष देना चाहते हों।

इतने में वह लड़का खड़ा हो गया और बोला की आप झुट बोल रहे हैं ऐसा कुछ नही होता, दुःख में सिर्फ दर्द ही भरा हुआ हैं और कुछ नहीं, दुःख के बाद कुछ होने वाला नही हैं। तब महाराज ने उससे उसका दुःख पूछा तो उसने उनको अपने दुख की पूरी बात बताई तो गुरु ने मुस्कुराकर उससे कहा की तुम उस दिन मेरे पास आना जिस दिन तुम्हारे जीवन में सच मे दुख दर्द आये।

तब उस लड़के ने सोचा की में जिस दर्द मे जी रहा हूँ क्या सच मे वो दर्द नही है क्या, इन्होंने भी मेरा दुख नही समझा। 

उन दुःखों से परेशान होकर उसने एक फैसला किया की अब उसे अपने जीवन मे कुछ करना हैं। उसने एक छोटा सा व्यवसाय शुरू किया, शुरुआत में उसे कुछ ज्यादा फायदा नही हुआ लेकिन उसके चाहने लोग उससे खुश थे क्योंकि उसने कुछ तो करना शुरू किया। वह अपने व्यवसाय में मेहनत करता रहा और कुछ दिन बाद उसे सफलता मिलने लगी, 3 साल के अंदर वह एक बड़ा बिजनेसमेन बन गया। अब कपिल के आस पास के लोग उसकी इज़्ज़त करने लगे और उससे प्यार करने लगे, उसके परिवार वाले भी उसकी तारीफ करते थे, अब वह उसे अपनी जिंदगी पसंद आने लगी। 

Buddhist Story In Hindi

फिर उसके कुछ दोस्तों ने उसे सलाह दी की जब तुम अभी बहुत खुश हो तो सोचो की अगर तुम इस शहर इस राज्य के बड़े बिजनेस मेन बन जाओगे तो तुम्हे कितनी खुशी मिलेगी। दोस्तों की ये बात उसके मन मे बैठ गयी और अब वह जल्दी पैसें कमाने के लिए गलत तरीके अपनाने लगा, वह ऐसे काम करने लगा जो सही नही थे, वह इन तरिको से ज्यादा पैसें कमाने भी लगा पर अब उसके जीवन में शांति नही थी, उसके मन का चैन गायब हो गया था और वो रातों में सो नही पाता था। 

फिर एक दिन वो वापस उन महाराज के पास गया और उसने उन्हें पूरी बात बताई। महाराज ने उससे कहा की जब तुम पहली बार मुझसे मिलने आये तब भी तुम्हारे जीवन में दुःख था तब तुम्हे उस दुःख दर्द से क्या सीखने को मिला। तब उस लड़के ने कहाँ की अपना दुःख दर्द मिटाने के लिए रोना नही बल्कि मेहनत करनी पड़ती है।

तब महाराज ने मुश्कुरा कर लड़के से कहा की कोई दुःख नहीं हैं जब तुम्हारे जीवन में सच मुच कोई दुःख आये तब मेरे पास आना, उस लड़के ने जाते समय गुरु महाराज को सोने के सिक्कों से भरा घडा़ दिया तो महाराज बोले की ये मेरे कुछ काम नही आने वाला तुम इसे जमीन मे गाड़ दो तो उसे जमीन में गाड़ कर चला गया। 

उस लड़के की जिंदगी में सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन उसके गलत तरीको के कारण व्यापार मे उसके नुकसान होने लगा और धीरे धीरे वह नुकसान मे इतना चला गया की उसके पास कुछ नहीं बचा और उसके बहुत कर्जा हो गया, लेकिन उसने सोचा की कर्जा तो मैंने सिर्फ अपने दोस्तों से लिया है तो वो मेरे बुरे समय मे मेरा साथ देंगे लेकिन वास्तविक में ऐसा हुआ कुछ नही, बल्कि उसके दोस्त और आस पास के लोग मुसीबत में सबसे पहले उसका साथ छोड़ कर गए और अपने दिये पैसे वापस मांगने लगे और जान से मारने की धमकी देने लगे।

वह बिल्कुल निराश हो चुका था और अपनी जिंदगी से नफरत करने लगा था। वह एक पहाड़ी से खुदकर अपनी जान देने के लिए चल दिया था की रास्ते में उसे वापस वो महाराज नज़र आये और वो उनके पास चला गया, उन्हें पूरी बात बताई। 

तब महाराज ने उससे कहाँ की तुम्हें इस दुःख से क्या सीखने को मिलता है तो उस लड़के ने कहा की इस दुनियाँ मे केवल अपने माँ बाप के अलावा और कोई तुम्हारा नही है लोग आपके पास जब तक ही रहेंगे जब तक तुम्हारे पास पैसा है। जिस दिन तुम्हारा बुरा समय शुरू हुआ उस दिन सब तुम्हारा साथ छोड़कर चले जायेंगे। 

दोस्तों, आपको यह कहानी (Buddhist Story In Hindi) कैसी लगी। हमें comment करके जरूर बताएं।

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